Skip to main content

कैसे विफलता पर काबू पाए और सफलता हासिल करे - BEST MOTIVATIONAL STORY IN HINDI

अगर आपने हाल ही में Failure का सामना किया है तो हम समझ सकते है की आपकी मानसिक अवस्था क्या होगी ।
आपका सर घूम रहा होगा और आपके विचार बहुत ही नेगेटिव होंगे, मन में कई हज़ारों सवाल खड़े हो रहे होंगे जैसे की यह मेरे साथ ही क्यों हुआ? मेरे साथ ही हर बार ऐसा क्यों होता है? मेरी तो किस्मत ही खराब है, इस तरह के हजारों सवाल और दूर – दूर तक अंधेरा ही दिख रहा होगा ।लेकिन अभी के लिए सभी चिंताओं को छोड़ दे और पूरे दिल से इस लेख को पढ़िए क्योंकि इस लेख में हम शेयर कर रहे बहुत ही महत्वपूर्ण बातें जो आपके Failure के सिरदर्द को गायब कर सफलता के लिए नया जोश, उत्साह और प्रेरणा की नई साँसे आपके अंदर भरेगा ।
आइए तो शुरू करते है 5 ऐसी बातें जो आपके Failure नाम के रोग को दूर करने के लिए दवाई की तरह उपयोग करनी है ।

Take Rest (छोटा-सा रेस्ट ले):-


जैसे की हमने ऊपर बताया की अगर आपने हाल ही में Failure का सामना किया है तो आपका सिस्टम बहुत ही तेज़ चल रहा होगा और आप बहुत ही तनाव में होंगे ।
लेकिन अगर आप कोई समाधान चाहते है तो आपको इस परिस्थिति से बहार आना होगा मतलब की आपको आपके सिस्टम को थोड़ा शांत, धीमा करना होगा, आपके मन के विचारों पे लगाम लगाकर शांत होना होगा और इसके लिए यह बहुत ही जरूरी है की आप एक छोटा-सा रेस्ट ले ।
रेस्ट का मतलब है की आपको इस शोर – शराबे से अपने आपको दूर करना है और आपको ऐसी जगह जाना है जहाँ सिर्फ आप अपने साथ हो और आप अपने दिल की बातें सुन पाए, आप खुद को खुद की नजरों से देख पाए और आकलन कर पाए ।
कोशिश करे की आप थोड़े समय के लिए लोगों से कट कर प्रकृति के साथ जुड़े क्योंकि प्रकृति से आपको ऊर्जा और शांति मिलेगी जिससे आपके अंदर की थकावट कम होगी और आपका सिस्टम भी धीमा होगा ।
यह रेस्ट आपके मानसिक स्वस्थता प्राप्त करने के लिए बेहद जरूरी है इससे आप फिर से तरोताजा महसूस करेंगे और यह रेस्ट वाला स्टेप आपके आगे के स्टेप लेने में भी मदद करेगा ।

Analyze Failure (विफलता का विश्लेषण करें):-


अगर आपने पहले स्टेप को अनुसरण कर लिया है तो तकरीबन आपका सिस्टम धीमा, शांत हो गया होगा और अब आप अपने Failure की समीक्षा करने के योग्य स्थिति में पहुँच गए है ।
अब आपको अपने फेलियर की खुले दिल से समीक्षा करनी है इसके लिए पेन और नोटबुक लेकर लोगों से दूर एकांत जगह पर चले जाए, वहाँ जाकर थोड़ी देर के लिए आखें बंद कर शांति से बैठ जाए फिर धीरे – धीरे अपनी योजनाओं (plans) को देखे की आपने क्या सोचकर काम का आरंभ किया था? कैसे प्लान्स बनाए थे? किस ऊर्जा के साथ आगे बढ़े थे? कौन सी वजहें थी जिससे आपके प्लान्स fail हुए? किस कारण आपको आपका मन चाहा परिणाम नहीं मिला? ऐसे शुरू से अंत तक आपको सभी बातें सोचनी है और जो भी महत्वपूर्ण पॉइंट लगे इसे नोटबुक में लिखते रहना है ।
अब आपके सामने पूरा प्लान खुला हुआ है, आप खुले दिल से देखे की कौन – कौन सी आपकी गलतियाँ थी जिससे आपको Failure का मुँह देखना पड़ा ।
अपनी सभी गलतियों की लिस्ट बना लीजिए और फिर देखिये की अभी इसमें से ऐसी कितनी गलतियाँ है जिसे अभी भी आप सुधार सकते है और अगर आप अभी भी सुधार सकते है तो अभी से लग जाए अपनी गलतियों को सुधारने के काम में ।

Understand Failure and Focus on Learning (विफलता को समझे और सीखने पर ध्यान केंद्रित करे):-


अब आपका सिस्टम भी शांत है और आपने अपनी गलतियाँ भी पकड़ ली है तो अब बारी है हमारे Failure को समझने की ।
आपके हाथ में जो था वो आपने अब तक बेस्ट कर लिया जैसे गलतियाँ भी पकड़ी और उसे सुधारने की कोशिश भी की और अब हमें अपने Failure को और गहराई से जानना है ।
हम जब तक चलते रहते है, जब तक हार नहीं मानते तब तक हम कभी fail नहीं है, अगर आज आपने Failure का सामना किया है तो वो आपके प्लान्स की नाकामयाबी है आपकी नहीं, आप फिर से अपने नए प्लान के साथ आगे बढ़ सकते है और बेहतर परिणाम पा सकते है । ऐसा कई लोगों ने किया है और यह बहुत ही आसान है ।
फेलियर कोई अंतिम लक्ष्य या श्राप नहीं है वो तो सफलता (Success) के रास्ते में आने वाला एक छोटा-सा भाग है इसलिए बार – बार फेलियर के बारे में सोचकर खुद को नीचे ना गिराए, खुद को अपराधी या दोषी ना साबित करे बल्कि फेलियर को समझकर आगे बढ़े ।
अगर आप बारीकी से देखेंगे तो आपको समझ आजायेगा की विफलता तो एक मात्र इशारा भर है सफलता की तरफ और मजबूती से आगे बढ़ने के लिए इसलिए बिना घबराहट आगे बढ़े ।

Move Forward and Try again (आगे बढ़े और फिर से कोशिश करे):-


अब तक आपने अपनी गलतियाँ भी जान ली है और इससे आपने बहुत सिख भी लिया है, अब बारी है फिर से नई शुरुआत की, फिर से नए प्लान्स बनाने और उसपर काम करने की ।
अपने इस नए अनुभव का उपयोग कर के नए प्लान गठित करे और कैसे आगे बढ़ना है, कैसे समस्याओं का सामना करना है और अगर फिर से आपके प्लान्स काम नहीं कर रहे तो इस स्थिति से कैसे निपटना है यह सब आप सोच, समझ और अनुभव का उपयोग कर के प्लानस बनाए ।
फिर पूरे जोश, ऊर्जा और अपने अनुभव के साथ काम पर लग जाइए और भरोसा रखे बेहतरीन दिन, परिणाम आने वाले है ।

Improve and Inspire Your self (अपने आप में सुधार और अपने आपको प्रेरित करे):-


अब आपकी मानसिक अवस्था बहुत ही मजबूत और सकारात्मक (Positive) होगी लेकिन फिर भी कुछ ऐसी आदतें (Habits) है जिसे हमे अपने जीवन में अपनाना चाहिए जिससे आप हर दिन सकारात्मकता और ऊर्जा से भरे रहे चाहे आपके प्लान काम करे या ना करे चाहे आप सफलता अर्जित करे या ना करे लेकिन आपका मन हमेशा खुश और सकारात्मक रहेगा और यही बुनियादी सफलता है ।

Selfbelief (आत्मविश्वास)

खुद पे यकीन रखे आप जो भी हो, आप जो भी कर रहे हो आप इसमें सबसे बेस्ट है, आप में वो काबिलियत है जिससे आप अपने सभी सपनों को साकार कर लेंगे ।
आप में वो हर हुनर, काबिलियत है जो एक सफल व्यक्ति में होनी चाहिए इसलिए कभी भी अपने आप को किसी से कम या छोटा मत मानो, आप में, मेरे में, Sandeep Maheshwari में और Narendra Modi में सब में एक ही ऊर्जा है, एक ही शक्ति है बस फर्क है तो चाहना (desire) और समर्पण (dedication) का बस आप भी अपने desire चुन ले और काम में अपने आपको पूर्ण समरपित कर दीजिए और कल लोग सफलता के लिए आपका ही उदाहरण देंगे ।

Read Positive Books (सकारात्मक किताबें पढ़ें)

यह बहुत ही जरूरी है अगर आप अपने अंदर से Positive होना चाहते है तो Books पढ़ने को अपनी रोज़ाना आदतों में शामिल कर लो ।
रोजाना कुछ अच्छी Positive Books पढ़े इससे आपको अंदरूनी शक्ति, ऊर्जा और ज्ञान प्राप्त होगा और सही ज्ञान से आपके अंदर का डर ख़तम हो जायेगा और नया आत्मविश्वास (Self-confidence) प्रज्वलित होगा ।

Do Meditation Regular (हररोज ध्यान करे)

यह एक और आसान और शक्तिशाली तकनीक है जिसके जरिये आप अपने अंदर के अंधेरे को ख़तम कर के आध्यात्मिक उजाले की और आगे बढ़ सकते है जिसके जरिए आप सुख, शांति और संपूर्णता प्राप्त कर सकते है ।
यह मेरी सबसे पसंदीदा आदतों में से एक है आप भी इसे अपने जीवन में अपनाए और इससे आपके अंदर एक दिया प्रज्वलित होगा जो आपका हर अंधेरे में दिशा निर्देश करेगा ।

Become Friend to Yourself (खुद के अच्छे मित्र बन जाए)

खुद को खुद से ज्यादा ना कोई जान सकता है और ना ही कोई समझ सकता है ।
इसलिए खुद के अच्छे मित्र बन जाए, खुद से बातें करना सीखें, खुद को ही सवाल करे और खुद से ही जवाब मांगे और जब अंदर से जवाब मिलने शुरू हो जायेंगे तो दुनिया की कोई भी ताकत आपको ना तो नकारात्मक कर पाएगी और नहीं परेशान ।
प्रिय मित्रों हमारा काम यही तक था की आपके सामने सही और आसान बातें रखे, जो आपकी मुश्किलों को तोड़ कर आपको एक हौसला दे, उम्मीद दे और प्रेरणा दे अब आपकी बारी है की आप इसे अपने जीवन में कैसे अपनाते है और इसका किस तरह का फायदा प्राप्त करते है ।
प्रिय मित्रों आप यह जरूर खयाल रखे की कोई कितना भी बड़ा शानदार प्लान हो लेकिन जब तक उस पर Action नहीं लेते वो बेकार है , अब Action लेने की बारी आपकी है । 

Comments

Popular posts from this blog

Motivational quotes with images in hindi

In this post, you get best Motivational quotes with images in Hindi, motivational images in Hindi, best motivational images in Hindi download, good morning motivational images in Hindi, success motivational images in Hindi

इतना सा ही है संसार

सबसे पहले मेरे घर का अंडे जैसा था आकार तब मैं यही समझती थी बस इतना सा ही है संसार। फिर मेरा घर बना घोंसला सूखे तिनकों से तैयार तब मैं यही समझती थी बस इतना सा ही है संसार। फिर मैं निकल गई शाखों पर हरी भरी थी जो सुकुमार तब मैं यही समझती थी बस इतना सा ही है संसार। आखिर जब मैं आसमान में उड़ी दूर तक पंख पसार तभी समझ में मेरी आया बहुत बड़ा है यह संसार। 

अब्दुल कलाम का जीवन परिचय - Dr A Pj Abdul Kalam Biography In Hindi

अब्दुल कलाम ये नाम सुन कर हमारे मन मे एक ऐसे देशभक्त का चेहरा सामने आता है जिसने अपने सपनो को पूरा करने के लिये जी जान से मेहनत की और दुनिया को दिखा दिया की अगर आप लगन और मेहनत से कूछ करना चाहो तो कूछ भी मुश्किल नही होता । अबुल पाकीर जनुलाब्दीन अब्दुल कलाम ( Dr.A.PJ Abdul Kalam ) जिन्हे दुनिया मिसाइल मेंन के नाम से जानती है वे भारत के 11 राष्ट्रपति थे अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को रामेश्वरम तमिलनाडु मे हुआ ।इन्होने मुख्य रुप से एक विज्ञानिक और विज्ञान के संस्थापक के रुप मे चार दशक तक रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ ) और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ( इसरो ) मे काम किया और भारत के सेन्य मिसाइल के विकास के प्रयासों मे भी शामिल रहे ।और उनके इन्ही कार्यों के लिये भारत मे इन्हे मिसाइल मेन के नाम से जाना जाता है इन्होने भारत द्वारा 1974 मे पहले परमाणु परीक्षण के बाद 1998 मे दूसरे परमाणु परीक्षण मे महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सन 2002 मे ये राष्ट्रपति चुने गये और अपने जीवन मे इन्हे बहूत पुरस्कार मिले जिनमे भारत का सर्वोच पुरस्कार भारतरत्न भी शामिल है । प्रारम्भि